
धागा कंपनी के मालिक पर सीधे मानवाधिकार आयोग में केस दर्ज होने की तैयारी, कई और मामले उजागर होने की आशंका

धागा कंपनी के मालिक पर सीधे मानवाधिकार आयोग में केस दर्ज होने की तैयारी, कई और मामले उजागर होने की आशंका
वर्धा (प्रतिनिधि)
वर्धा-हिंगणघाट मार्ग स्थित रायफुली गांव में स्थित गोयंका के स्वामित्व वाली धागा कंपनी में एक नाबालिग महिला कर्मचारी के साथ पाशविक बलात्कार की घटना सामने आई है। कंपनी प्रबंधन और पुलिस के मिलीभगत से इस गंभीर मामले को दबाने की भरसक कोशिश की जा रही थी। इसी दौरान महिला एवं बाल कल्याण विभाग को मिली गुप्त सूचना के आधार पर महिला बाल विकास ने सक्रिय भूमिका निभाई और पीड़िता तथा उसके परिवार को हरसंभव मदद उपलब्ध कराई।
जानकारी के अनुसार, कंपनी मालिक गोयंका ने इस पूरे मामले को पैसे के बल पर दबाने का हरसंभव प्रयास किया। कई लोगों पर दबाव बनाया गया। इसके बावजूद गोयंका के खिलाफ अब तक कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ है।
पीड़िता ने न्यायालय के समक्ष बताया कि कंपनी के आरोपी गुरुमूर्ति ने इससे पहले सोनल नामक एक महिला मजदूर के साथ भी दुर्व्यवहार किया था। उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी, और शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाया गया। इस गंभीर आरोप के बावजूद अभी तक इस हत्याकांड की कोई जांच नहीं हुई है।
बलात्कार, हत्या जैसे संगीन अपराध सामने आने के बाद भी गोयंका को अब तक आरोपी नहीं बनाया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि गोयंका ने इस मामले में प्रभावशाली लोगों पर भारी-भरकम पैसा खर्च किया है।
इस मामले में इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन ने विशेष रुचि दिखाई है। जब संगठन की टीम ने कंपनी में प्रत्यक्ष जाकर निरीक्षण करने की कोशिश की, तब स्वयं मालिक गोयंका ने मुलाकात से इंकार कर मौके से भाग निकला। यह जानकारी संगठन के विश्वसनीय सूत्रों ने दी है।
अब यह मामला और गंभीर होता जा रहा है। संगठन के केंद्रीय उपाध्यक्ष श्री जोशब मलबारी ने बताया है कि यह प्रकरण सीधे महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग में प्रस्तुत किया जाएगा और साथ ही CID जांच की भी मांग की जाएगी।
अब यह स्पष्ट हो गया है कि इस प्रकरण को अलग दिशा मिल रही है और गोयंका को आरोपी बनाने के लिए कानूनी कार्रवाई की तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही मानवाधिकार आयोग में केस दाखिल किया जाएगा। भाग १…